डेफलिंपिक्स 2025 में भारत की शानदार शुरुआत: धनुष श्रीकांत ने जीता स्वर्ण, मुर्तज़ा ने रजत
टोक्यो में चल रहे डेफलिंपिक्स 2025 में भारत ने पहला स्वर्ण पदक अपने नाम कर ऐतिहासिक शुरुआत की। भारत के युवा निशानेबाज धनुष श्रीकांत ने पुरुष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में 252.2 अंक बनाकर डेफ फाइनल वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करते हुए स्वर्ण पदक जीता। भारत के ही मोहम्मद मुर्तज़ा वानिया ने 250.1 अंक के साथ रजत पदक हासिल किया। दक्षिण कोरिया के बैक स्यूंघाक ने कांस्य जीता।
क्वालिफिकेशन राउंड में भी रचा इतिहास
क्वालिफिकेशन राउंड में धनुष ने 630.6 अंक बनाकर नया डेफलिंपिक्स रिकॉर्ड बनाया। मुर्तज़ा 626.3 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहे। फाइनल में धनुष ने न सिर्फ डेफलिंपिक्स रिकॉर्ड तोड़ा, बल्कि डेफ फाइनल वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
यह धनुष के करियर का दूसरा पुरुष 10 मीटर एयर राइफल डेफलिंपिक्स स्वर्ण है। इससे पहले वे 2022 कैक्सियास डू सुल डेफलिंपिक्स में व्यक्तिगत और मिश्रित टीम — दोनों में स्वर्ण जीत चुके हैं।
मिश्रित टीम इवेंट में चौथे स्वर्ण पर नजर
धनुष अब सोमवार को महित संधू के साथ 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में हिस्सा लेंगे। उनका लक्ष्य अपने करियर का चौथा डेफलिंपिक्स स्वर्ण जीतना है।
महिला वर्ग में भी भारत का दबदबा
महिला 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में भारत की महित संधू (20 वर्ष) ने 250.5 अंक के साथ रजत पदक जीता। भारत की कोमल वाघमारे ने 228.3 अंक के साथ कांस्य अपने नाम किया।
यूक्रेन की लिडकोवा वायोलेटा ने 252.4 अंक के विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण जीता।
धनुष की मां ने साझा किया भावुक संदेश
धनुष की मां आशा श्रीकांत ने बेटे के प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए कहा:
“धनुष कल काफी आत्मविश्वास में था। उसकी रैंकिंग पिछले साल थोड़ी उतार-चढ़ाव में रही थी, लेकिन यह प्रदर्शन उसके लिए बेहद प्रेरणादायक है।”
उन्होंने बताया कि धनुष बचपन से श्रवण बाधित हैं और उनके दो बार कोक्लियर इम्प्लांट हो चुके हैं — पहली बार एक वर्ष की उम्र में और दूसरी बार नौ वर्ष की उम्र में।
“वह मशीन के सहारे सुनता है। कुछ ही शब्द बोल पाता है और ज्यादातर इशारों से संवाद करता है, लेकिन उसकी लगन हमेशा अटूट रही है।”