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रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी  यात्रियों को मिलेगा विश्वस्तरीय फूड अनुभव

रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी! भारतीय रेल ने कैटरिंग पॉलिसी 2017 में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए अब स्टेशन परिसरों में प्रीमियम ब्रांड फूड आउटलेट खोलने की अनुमति दे दी है। इस निर्णय के बाद देशभर के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर मैकडॉनल्ड्स, केएफसी, पिज़्ज़ा हट, बास्किन रॉबिन्स, हल्दीराम, बीकानेरवाला सहित कई प्रसिद्ध राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के आउटलेट उपलब्ध होंगे।

दक्षिण मध्य रेलवे के प्रस्ताव पर रेलवे बोर्ड द्वारा दी गई इस मंजूरी से यात्रियों को साफ-सुथरा, विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण भोजन रेलवे स्टेशनों पर आसानी से मिल सकेगा। साथ ही स्टेशन पर उपलब्ध खाने-पीने की सुविधाओं की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद है।

महत्वपूर्ण बिंदु:

रेलवे बोर्ड ने प्रीमियम ब्रांड कैटरिंग आउटलेट को कैटरिंग पॉलिसी 2017 में संशोधन कर चौथी स्टॉल कैटेगरी में शामिल किया है।

पहले तीन मान्य श्रेणियाँ—टी स्टॉल, मिल्क बार और जूस बार—के साथ अब ब्रांडेड आउटलेट भी जोड़े गए हैं।

ये आउटलेट सिर्फ ई-ऑक्शन प्रक्रिया के माध्यम से ही आवंटित किए जाएंगे।

ई-ऑक्शन सिस्टम में इसके लिए एक अलग सेक्शन बनाया जा रहा है।

प्रत्येक आउटलेट 5 वर्ष की अवधि के लिए दिया जाएगा।

लाइसेंस फीस व शर्तें वर्तमान कैटरिंग पॉलिसी के अनुसार ही लागू होंगी।

आउटलेट कंपनी-ऑपरेटेड, कंपनी-ओन्ड या फ्रेंचाइज़ी मॉडल पर संचालित किए जा सकेंगे।

हर दिन देश भर में लगभग 2.3 करोड़ यात्री ट्रेन से सफर करते हैं, जिनमें लाखों यात्री स्टेशन पर खाने-पीने की सेवाओं का उपयोग करते हैं। मांग और आवश्यकता को देखते हुए प्रत्येक जोनल रेलवे स्टेशन मास्टर प्लान में संशोधन कर इन आउटलेट्स के लिए विशेष स्थान निर्धारित करेगा। साथ ही विभिन्न ज़ोन अपनी आवश्यकताओं के अनुसार कॉन्ट्रैक्ट की विशेष शर्तें भी तैयार करेंगे।

रेलवे का यह कदम यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत माना जा रहा है। अब सफर के दौरान यात्रियों को बेहतर, उच्च गुणवत्ता और भरोसेमंद फूड विकल्प रेलवे स्टेशन पर ही उपलब्ध हो सकेंगे।